EPFO पेंशन में बड़ा धमाका! अब ₹7,000 की गारंटीड पेंशन के साथ मिलेगा DA का फायदा

By Meera Sharma

Published On:

EPFO

देश के लाखों कर्मचारियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने अपनी पेंशन योजना में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। अब सभी पेंशनधारियों को कम से कम 7,000 रुपये प्रति माह की गारंटीड पेंशन मिलेगी। इसके साथ ही हर छह महीने में संशोधित होने वाले महंगाई भत्ते (डीए) का लाभ भी जोड़ा जाएगा। यह बदलाव उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभदायक है, जो लंबे समय से नौकरी कर रहे हैं और रिटायरमेंट के बाद की आर्थिक सुरक्षा को लेकर चिंतित रहते हैं।

नई पेंशन योजना की मुख्य बातें

ईपीएफओ ने अपनी पेंशन योजना में कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन बदलावों का मुख्य उद्देश्य सेवानिवृत्त कर्मचारियों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करना है। अब न्यूनतम मासिक पेंशन 7,000 रुपये निर्धारित की गई है। इसके अलावा, पेंशनधारकों को महंगाई भत्ता भी मिलेगा, जिसकी समीक्षा हर छह महीने में की जाएगी। यह योजना उन कर्मचारियों के लिए है जिन्होंने कम से कम 10 साल की सेवा पूरी की है। इस योजना के तहत, कर्मचारी और नियोक्ता दोनों को कर्मचारी पेंशन योजना (ईपीएस) में नियमित योगदान देना आवश्यक है।

पेंशन में बदलाव की आवश्यकता क्यों थी?

भारत में कई सेवानिवृत्त कर्मचारियों को बहुत कम पेंशन मिल रही थी। कुछ को तो 1,000 रुपये प्रति माह से भी कम राशि मिल रही थी। बढ़ती महंगाई और जीवनयापन की बढ़ती लागत को देखते हुए, 7,000 रुपये की न्यूनतम गारंटीड पेंशन एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके पीछे मुख्य कारण हैं – महंगाई दर में लगातार वृद्धि, न्यूनतम जीवनयापन के लिए आवश्यक मासिक आय की जरूरत, सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सामाजिक सुरक्षा को मजबूत करना और वृद्धावस्था में उनकी आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना।

यह भी पढ़े:
salary hike 49 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनर्स की मौज, बेसिक सैलरी 18 हजार से बढ़कर 34 हजार के पार salary hike

इस योजना का लाभ किसे मिलेगा?

इस नई पेंशन योजना का लाभ उन सभी कर्मचारियों को मिलेगा जो ईपीएफओ में पंजीकृत हैं और ईपीएस के तहत नियमित योगदान दे रहे हैं। इसके लिए कर्मचारी को कम से कम 10 साल की सेवा पूरी करनी होगी और रिटायरमेंट की आयु (58 वर्ष) पूरी कर चुके होने चाहिए। इसके अलावा, कर्मचारी ने बीच में अपना पेंशन फंड निकालकर योजना बंद न की हो। उदाहरण के तौर पर, रामकुमार यादव, जो 28 साल तक एक निजी कंपनी में अकाउंटेंट रहे और अब सेवानिवृत्त हो चुके हैं, पहले उन्हें सिर्फ 1,200 रुपये की पेंशन मिलती थी। नई योजना लागू होने के बाद अब उन्हें 7,000 रुपये की पेंशन और हर साल महंगाई भत्ते में वृद्धि का लाभ मिलेगा।

महंगाई भत्ता कैसे जुड़ेगा पेंशन में?

ईपीएफओ ने पेंशनधारकों को महंगाई भत्ते का लाभ भी देने का निर्णय लिया है। इसका अर्थ है कि पेंशन की राशि हर साल बढ़ेगी। महंगाई भत्ते की गणना महंगाई दर के आधार पर की जाती है और इसकी समीक्षा हर छह महीने में की जाएगी। इस फायदे का लाभ सीधे पेंशनधारकों को मिलेगा। यह प्रक्रिया केंद्र सरकार के कर्मचारियों को मिलने वाले महंगाई भत्ते के समान होगी, जिससे निजी क्षेत्र के सेवानिवृत्त कर्मचारियों को भी लाभ होगा।

पेंशन के लिए आवेदन कैसे करें?

अगर आप भी इस पेंशन योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो आपको ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा। अपने यूएएन नंबर और पासवर्ड से लॉगिन करें। फिर ईपीएस सेक्शन में जाकर अपना पेंशन स्टेटस चेक करें। आवश्यक दस्तावेज जैसे आधार कार्ड, बैंक विवरण और सेवा प्रमाण पत्र अपलोड करें। फॉर्म जमा करें और रसीद डाउनलोड करें। आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेजों में आधार कार्ड, बैंक पासबुक की कॉपी, सेवा प्रमाणपत्र और नियोक्ता द्वारा जारी प्रमाणपत्र शामिल हैं।

यह भी पढ़े:
Income Tax Raid Rule इनकम टैक्स के छापे में जब्त कैश-ज्वैलरी और प्रॉपर्टी का क्या होता है, कम लोग ही जानते हैं ये हकीकत Income Tax Raid Rule

इस योजना से किसे सबसे अधिक लाभ होगा?

इस नई पेंशन योजना से सबसे अधिक लाभ छोटे वेतन पर नौकरी करने वाले कर्मचारियों को होगा। फैक्ट्री वर्कर, क्लर्क, सेल्समैन जैसे लोग जिनकी पेंशन अभी 2,000 रुपये से कम थी, उन्हें इससे बड़ा फायदा मिलेगा। ऐसे कर्मचारी जो निजी कंपनियों में 15-30 साल काम कर चुके हैं, वे भी इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। उदाहरण के लिए, सीमा देवी ने एक स्कूल में 25 साल तक चपरासी का काम किया। पहले उन्हें सिर्फ 1,500 रुपये की पेंशन मिल रही थी। नई नीति लागू होने के बाद उन्हें 7,000 रुपये मिलना शुरू हुआ, जिससे वे अपने घर का किराया, दवा और राशन का खर्च आसानी से संभाल सकती हैं।

अस्वीकरण

यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। अधिक जानकारी के लिए कृपया ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट या नजदीकी ईपीएफओ कार्यालय से संपर्क करें।

यह भी पढ़े:
Cheque Bounce Cheque Bounce होने पर कौन सी लगती है धारा, इतना चुकाना होगा जुर्माना, सजा का भी प्रावधान, जान लें नियम

Meera Sharma

Meera Sharma is a talented writer and editor at a top news portal, shining with her concise takes on government schemes, news, tech, and automobiles. Her engaging style and sharp insights make her a beloved voice in journalism.

Related Posts

Leave a Comment